यह कहानी बेशक पुराने दृश्य को लिए है लेकिन फिर भी आज के परिपेक्ष में काफी मायने रखती है क्योकि आजकल भी यही होता है भले ही इन्सान के तौर तरीके बदल गये है बहुत से पुरुष और स्त्री ऐसे है जो किन्ही कारणों से अपने जीवनसाथी...
किसी नगर में हरिदत्त नाम का एक ब्राम्हण निवास करता था उसकी खेती साधारण ही थी | इसलिए अधिकांश समय वो खाली ही रहा करता था | एक बार ग्रीष्म ऋतू में अपने खेत पर वृक्ष की शीतल छाया में लेता हुआ था सोये सोये उसने अपने समीप...
हम में से हर किसी के पास अपनी जिन्दगी है लेकिन फिर भी कुछ लोग होते है जो असल मायने में इसे जीते है या यूँ कहूँ एक संजीदा जिन्दगी जो दूसरों के लिए भी खुशियों के मायने बने ऐसी जिन्दगी जी पाना बहुत मुश्किल होता है क्योकि...
सिकंदर जब भारत लौटा तो एक फ़कीर से मिलने गया तो सिकंदर को आते देख फ़कीर हंसने लगा इस पर सिकंदर ने ने मन में किया कि ये तो मेरा अपमान है और फ़कीर से कहा “या तो तुम मुझे जानते नहीं हो या फिर तुम्हारी मौत आई है ”
जानते ह...
बासमती चावल बेचने वाले एक सेठ की स्टेशन मास्टर से साँठ-गाँठ हो गयी। सेठ को आधी कीमत पर बासमती चावल मिलने लगा। सेठ ने सोचा कि इतना पाप हो रहा है , तो कुछ धर्म-कर्म भी करना चाहिए। एक दिन उसने बासमती चावल की खीर बनवायी औ...
एक गुरू जी थे । हमेशा ईश्वर के नाम का जाप किया करते थे । काफी बुजुर्ग हो गये थे । उनके कुछ शिष्य साथ मे ही पास के कमरे मे रहते थे ।
जब भी गुरूजी को शौच; स्नान आदि के लिये जाना होता था; वे अपने शिष्यो को आवाज लगाते थे...
एक बेटी ने जिद पकड़ ली “पापा मुझे
साइकिल चाहिये !
पापा ने कहा अगले महीने दिवाली
पर जरुर साईकल
लाउंगा ! प्रॉमिस !
एक महीने बाद… पापा , मुझे
साइकिल चाहिये , आपने प्रॉमिस
किया था … !
वह चुप रहा …
शाम को दफ्तर से...
rssbeas #radha soami ji MUST listen Ek Mahila Satsangi Mitra ke Dwara apni aapbiti Baba ji ki Saakhi
सत्संगी मित्र के द्वारा आपबीती Ek Mahila Satsangi Mitra ke Dwara apni aapbiti Baba ji ki Saakhi