Sort: Date | Views |
View:

धरती फट रही है – एक प्रेरणादायक कहानी

2.41K Views by

बहुत समय पहले की बात है किसी जंगल में एक गधा बरगद के पेड़ के नीचे लेट कर आराम कर रहा था . लेटे-लेटे उसके मन में बुरे ख़याल आने लगे , उसने सोचा ,” यदि धरती फट गयी तो मेरा क्या होगा ?” अभी उसने ऐसा सोचा ही था कि उसे ...

मैं खुद पर शर्मिंदा हूँ और आपसे क्षमा मांगना चाहता हूँ – एक प्रेणादायक कहानी

8.63K Views by

?बहुत समय पहले की बात है , किसी गाँव में एक किसान रहता था . वह रोज़ भोर में उठकर दूर झरनों से स्वच्छ पानी लेने जाया करता था . इस काम के लिए वह अपने साथ दो बड़े घड़े ले जाता था , जिन्हें वो डंडे में बाँध कर अपने कंधे प...

इस बात पर समोसेवाले गोपाल ने बडा सोचा, और बोला…

6.94K Views by

एक बडी कंपनी के गेट के सामने एक प्रसिद्ध समोसे की दुकान थी, लंच टाइम मे अक्सर कंपनी के कर्मचारी वहाँ आकर समोसे खाया करते थे। एक दिन कंपनी के एक मैनेजर समोसे खाते खाते समोसेवाले से मजाक के मूड मे आ गये। मैनेजर ...

लड़की ने पिता से पूछा अब हम क्या करें? – एक दिलचस्प कहानी

8.61K Views by

Very Emotional And motivation story एक लड़की कार चला रही थी और पास में उसके पिताजी बैठे थे. राह में एक भयंकर तूफ़ान आया और लड़की ने पिता से पूछा -- अब हम क्या करें? पिता ने जवाब दिया -- कार चलाते रहो. तूफ़ान में कार ...

अब वह किसी भी तरह सास से छुटकारा पाने की सोचने लगी – एक दिलचस्प कहानी

7.61K Views by

"एक चुटकी ज़हर रोजाना"   पोस्ट अच्छा लगे तो प्लीज शेयर करना मत भूलना आरती नामक एक युवती का विवाह हुआ और वह अपने पति और सास के साथ अपने ससुराल में रहने लगी। कुछ ही दिनों बाद आरती को आभास होने लगा कि उसकी सास के ...

उसका उत्तर सुनकर मैं तो जड़-सी हो गई – एक प्रेणादायक कहानी

5.38K Views by

वो समझदार बहू शाम को गरमी थोड़ी थमी तो मैं पड़ोस में जाकर निशा के पास बैठ गई। आखिर ,उसकी सासू माँ भी तो कई दिनों से बीमार है….. सोचा ख़बर भी ले आऊँ और निशा के पास बैठ भी आऊँ। मेरे बैठे-बैठे पड़ोस में रहने वाली उसकी...

नेक काम – यमराज हाथ पकड़कर खींचने लगा…

6.56K Views by

**************** लघुकथा  **************** नेक काम कई बार आवाज लगाने के बाद भी श्रीमती जी ने चाय नहीं दी । देखा छः बज गए हैं । आँखे मलते हुए मैं उठ बैठा । अरे यह क्या ? घर लोगों से भरा था ! एक सफेद चद्दर उढ़ा , किसी क...

द्वार खुला होने के कारण उनकी आवाजें बाहर कमरे में बैठी माँ को भी सुनाई दे रहीं थीं…

9.22K Views by

बेटा-बहु अपने बैडरूम में बातें कर रहे थे। द्वार खुला होने के कारण उनकी आवाजें बाहर कमरे में बैठी माँ को भी सुनाई दे रहीं थीं। बेटा---" अपने job के कारण हम माँ का ध्यान नहीं रख पाएँगे, उनकी देखभाल कौन करेगा ? क...