सत्संग की संगत – बीबी अचरज और हैरानी से बाबा जी को देखती हैं एक दिलचस्प कहानी
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सत्संग खत्म होने के बाद बाबा जी स्टेज के पीछे सीढियों से नीचे जा रहे थे, साथ में पाठी बीबी भी थे, पाठी बीबी बाबा जी से कहती हैं “बाबा जी आज तो काफी संगत आई है भंडारे पे, जरा अंदाज़े से बताइए की आज का सत्संग सुनने के ल...
इस बात पर समोसेवाले गोपाल ने बडा सोचा, और बोला…
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एक बडी कंपनी के गेट के सामने एक प्रसिद्ध समोसे की दुकान थी, लंच टाइम मे अक्सर कंपनी के कर्मचारी वहाँ आकर समोसे खाया करते थे। एक दिन कंपनी के एक मैनेजर समोसे खाते खाते समोसेवाले से मजाक के मूड मे आ गये। मैनेजर ...
चमत्कार – 7 साल पहले खोया बेटा बड़ा होकर अपने ही घर में आया किराए पर रहने …
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एक मां के इससे भयानक पल कोई और नहीं हो सकते कि जब उसका बेटा या बेटी किन्हीं परिस्थितियों के चलते उससे दूर हो जाएं और इससे ख़ुशी की बात कोई और नहीं हो सकती कि एक मां की ममता उसके खोये हुए बेटे को एक अजीब संयोग के साथ वा...
नेक काम – यमराज हाथ पकड़कर खींचने लगा…
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**************** लघुकथा **************** नेक काम कई बार आवाज लगाने के बाद भी श्रीमती जी ने चाय नहीं दी । देखा छः बज गए हैं । आँखे मलते हुए मैं उठ बैठा । अरे यह क्या ? घर लोगों से भरा था ! एक सफेद चद्दर उढ़ा , किसी क...
वह दरवाजा खोलती है और भोंचक्की रह जाती है – एक प्रेणादायक कहानी
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हमेशा अच्छा करो ??एक औरत अपने परिवार के सदस्यों के लिए रोज़ाना भोजन पकाती थी और एक रोटी वह वहाँ से गुजरने वाले किसी भी भूखे के लिए पकाती थी..। वह उस रोटी को खिड़की के सहारे रख दिया करती थी, जिसे कोई भी ले सकता था...
जब भगवान ने किसान को एक मौका दिया – एक दिलचस्प कहानी
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एक बार एक किसान परमात्मा से बड़ा नाराज हो गया ! कभी बाढ़ आ जाये, कभी सूखा पड़ जाए, कभी धूप बहुत तेज हो जाए तो कभी ओले पड़ जाये! हर बार कुछ ना कुछ कारण से उसकी फसल थोड़ी ख़राब हो जाये! एक दिन बड़ा तंग आ कर ...
उस कागज को पढ़ते ही माँ कि आँखों से आँसू बहने लगे – एक दिलचस्प कहानी
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एक दिन एक छोटा सा बालक जो कि प्राइमरी स्कूल का छात्र था, भागते-भागते अपने घर आया और एक कागज का पन्ना अपनी माँ को दिया और बोला….”मेरे शिक्षक ने यह कागज दिया है और कहाँ है कि इसे अपनी माँ को ही देना.” उस कागज को पढ़त...
बाबाजी मुस्कुराये , बोले.. मैं सोच ही रहा था कि अभी तक ये सवाल किसी ने क्यों नहीं किया
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यह मैसेज जितनी बार पढे उतना कम ही है । एक बार बाबाजी आये और उन्होंने छात्रों से कहा कि वे आज जीवन का एक महत्वपूर्ण पाठ पढाने वाले हैं ... उन्होंने अपने साथ लाई एक काँच की बडी बरनी ( जार ) टेबल पर रखा और उसमें ...