तुम किसी और से प्रेम नहीं करोगे …वर्ना मेरी आत्मा तुम्हे चैन से जीने नहीं देगी
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क आदमी की पत्नी अचानक से बहुत बीमार पड़ गयी . मरने से पहले उसने अपने पति से कहा , “ मैं तुम्हे बहुत प्यार करती हूँ …. तुम्हे छोड़ कर नहीं जाना चाहती… मैं नहीं चाहती की मेरे जाने के बाद तुम मुझे भुला दो और किसी दूसरी औरत...
मैं खुद पर शर्मिंदा हूँ और आपसे क्षमा मांगना चाहता हूँ – एक प्रेणादायक कहानी
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?बहुत समय पहले की बात है , किसी गाँव में एक किसान रहता था . वह रोज़ भोर में उठकर दूर झरनों से स्वच्छ पानी लेने जाया करता था . इस काम के लिए वह अपने साथ दो बड़े घड़े ले जाता था , जिन्हें वो डंडे में बाँध कर अपने कंधे प...
टीचर ने कहा- पता है वो बेटी जो ज़िंदा रही कौन है ? – एक प्रेणादायक कहानी
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लड़कियों के स्कूल में आने वाली नई टीचर बेहद खूबसूरत और शैक्षणिक तौर पर भी मजबूत थी लेकिन उसने अभी तक शादी नहीं की थी... सब लड़कियां उसके इर्द-गिर्द जमा हो गईं और मज़ाक करने लगी कि मैडम आपने अभी तक शादी क्यों नहीं क...
अब वह किसी भी तरह सास से छुटकारा पाने की सोचने लगी – एक दिलचस्प कहानी
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"एक चुटकी ज़हर रोजाना" पोस्ट अच्छा लगे तो प्लीज शेयर करना मत भूलना आरती नामक एक युवती का विवाह हुआ और वह अपने पति और सास के साथ अपने ससुराल में रहने लगी। कुछ ही दिनों बाद आरती को आभास होने लगा कि उसकी सास के ...
रेनू सिर्फ इतना ही कह पायी की फोन कट गया – एक नई पहल
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एक नई पहल....... उसने ट्रेन के टॉयलेट के दरवाज़े के पीछे लिखें नंबर में कॉल लगाया , "हाँ आप रेनू बोल रहीं हैं" " जी हाँ , लेकिन आप कौन और आपको मेरा ये नंबर कहाँ से मिला " "दरसल वो ट्रेन , दरसल वो ट्रेन के डिब्ब...
चलिए हम ही बता देते हैं कि आगे उस लड़की ने क्या किया– एक प्रेणादायक कहानी
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1. धूर्त साहूकार और चालाक लड़की बात बहुत समय पहले की हैं। एक किसान को अपनी बुरी आर्थिक स्थिति से हार मानकर गांव के ही एक साहूकार से क़र्ज लेना पड़ा, लेकिन काफी वक्त बीत जाने पर भी वह साहूकार का ऋर्ण नहीं चुका पाया। गाँ...
नेक काम – यमराज हाथ पकड़कर खींचने लगा…
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**************** लघुकथा **************** नेक काम कई बार आवाज लगाने के बाद भी श्रीमती जी ने चाय नहीं दी । देखा छः बज गए हैं । आँखे मलते हुए मैं उठ बैठा । अरे यह क्या ? घर लोगों से भरा था ! एक सफेद चद्दर उढ़ा , किसी क...
द्वार खुला होने के कारण उनकी आवाजें बाहर कमरे में बैठी माँ को भी सुनाई दे रहीं थीं…
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बेटा-बहु अपने बैडरूम में बातें कर रहे थे। द्वार खुला होने के कारण उनकी आवाजें बाहर कमरे में बैठी माँ को भी सुनाई दे रहीं थीं। बेटा---" अपने job के कारण हम माँ का ध्यान नहीं रख पाएँगे, उनकी देखभाल कौन करेगा ? क...