Satguru Ka Intjar - Radha Soami Sakhiya
एक संत बहुत दिनों से नदी के किनारे बैठे थे, एक दिन किसी व्यकि ने उससे पुछा आप नदी के किनारे बैठे-बैठे क्या कर रहे हैं संत ने कहा, इस नदी का जल पूरा का पूरा बह जाए इसका इंतजा...
जैसा अन्न वैसा मन - Jaisa bhojan waisi soch - Short Story Radha Soami
बासमती चावल बेचने वाले एक सेठ की स्टेशन मास्टर से साँठ-गाँठ हो गयी। सेठ को आधी कीमत पर बासमती चावल मिलने लगा। सेठ ने सोचा कि इतना पाप हो रहा है ...
सिकंदर जब भारत लौटा तो एक फ़कीर से मिलने गया तो सिकंदर को आते देख फ़कीर हंसने लगा इस पर सिकंदर ने ने मन में किया कि ये तो मेरा अपमान है और फ़कीर से कहा “या तो तुम मुझे जानते नहीं हो या फिर तुम्हारी मौत आई है ”
जानते ह...
प्रतापनगर एक बहुत ही संपन्न राज्य था। वहाँ के राजा बहुत ही प्रतापी थे और प्रजा का पूरा ख्याल रखते थे। राजा ने पूरे जीवन प्रजा की मन से सेवा की थी लेकिन अब वह बूढ़े हो चले थे तो मन में बड़ी दुविधा थी कि उनके बाद राज्य को...
एक छोटे से गाँव मे श्रीधर नाम का एक व्यक्ति रहता था स्वभाव से थोड़ा कमजोर और डरपोक किस्म का इंसान था!
एक बार वो एक महात्माजी के दरबार मे गया और उन्हे अपनी कमजोरी बताई और उनसे प्रार्थना करने लगा की हॆ देव मुझ...
आलस्य (Laziness) से हम सभी परिचित हैं । काम करने का मन न होना, समय यों ही गुजार देना, आवश्यकता से अधिक सोना आदि को हम आलस्य की संज्ञा देते हैं और यह भी जानते हैं कि आलस्य (Laziness) से हमारा बहुत नुकसान होता है । फिर ...
एक नगर में एक धनवान व्यक्ति रहता था वह बड़े विलासी किस्म का था हर पल उसके मन में भोग विलास के विचार चलते रहते थे | एक दिन संयोग से किसी संत से उसका सम्पर्क हुआ | वह संत से अपने भोगी और अशुभ विचारों से मुक्ति दिलाने की ...
एक जंगल में एक चिड़िया पेड़ पे बैठ के कुछ सोच रही थी। चिड़िया को ऐसे उदास देख के एक कबूतर उसके पास आता है और उसे उदासी का कारण पूछता है। चिड़िया ने कहा, "में एक बहुत ही छोटा पक्षी हु, इस लिए मुझे सभी से डर-डर के जीना पड़ता...