Category: Inspirational Story
अब जब मौत सामने नजर आने लगी तो भगवान को सच्चे मन से याद करने लगा – एक प्रेणादायक कहानी
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एक आदमी बर्फ बनाने वाली कम्पनी में काम करता था___ एक दिन कारखाना बन्द होने से पहले अकेला फ्रिज करने वाले कमरे का चक्कर लगाने गया तो गलती से दरवाजा बंद हो गया और वह अंदर बर्फ वाले हिस्से में फंस गया छुट्टी का वक़्त था...
अब वह किसी भी तरह सास से छुटकारा पाने की सोचने लगी – एक दिलचस्प कहानी
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"एक चुटकी ज़हर रोजाना" पोस्ट अच्छा लगे तो प्लीज शेयर करना मत भूलना आरती नामक एक युवती का विवाह हुआ और वह अपने पति और सास के साथ अपने ससुराल में रहने लगी। कुछ ही दिनों बाद आरती को आभास होने लगा कि उसकी सास के ...
भगवान ने उसके पास जाकर कहा – मैं तुम्हें बचाना चाहता हूं
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एक इंसान घने जंगल में भागा जा रहा था। . शाम हो गई थी। . अंधेरे में कुआं दिखाई नहीं दिया और वह उसमें गिर गया। . गिरते-गिरते कुएं पर झुके पेड़ की एक डाल उसके हाथ में आ गई। जब उसने नीचे झांका, तो देखा कि कुएं में च...
उसका उत्तर सुनकर मैं तो जड़-सी हो गई – एक प्रेणादायक कहानी
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वो समझदार बहू शाम को गरमी थोड़ी थमी तो मैं पड़ोस में जाकर निशा के पास बैठ गई। आखिर ,उसकी सासू माँ भी तो कई दिनों से बीमार है….. सोचा ख़बर भी ले आऊँ और निशा के पास बैठ भी आऊँ। मेरे बैठे-बैठे पड़ोस में रहने वाली उसकी...
रेनू सिर्फ इतना ही कह पायी की फोन कट गया – एक नई पहल
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एक नई पहल....... उसने ट्रेन के टॉयलेट के दरवाज़े के पीछे लिखें नंबर में कॉल लगाया , "हाँ आप रेनू बोल रहीं हैं" " जी हाँ , लेकिन आप कौन और आपको मेरा ये नंबर कहाँ से मिला " "दरसल वो ट्रेन , दरसल वो ट्रेन के डिब्ब...
चलिए हम ही बता देते हैं कि आगे उस लड़की ने क्या किया– एक प्रेणादायक कहानी
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1. धूर्त साहूकार और चालाक लड़की बात बहुत समय पहले की हैं। एक किसान को अपनी बुरी आर्थिक स्थिति से हार मानकर गांव के ही एक साहूकार से क़र्ज लेना पड़ा, लेकिन काफी वक्त बीत जाने पर भी वह साहूकार का ऋर्ण नहीं चुका पाया। गाँ...
नेक काम – यमराज हाथ पकड़कर खींचने लगा…
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**************** लघुकथा **************** नेक काम कई बार आवाज लगाने के बाद भी श्रीमती जी ने चाय नहीं दी । देखा छः बज गए हैं । आँखे मलते हुए मैं उठ बैठा । अरे यह क्या ? घर लोगों से भरा था ! एक सफेद चद्दर उढ़ा , किसी क...
द्वार खुला होने के कारण उनकी आवाजें बाहर कमरे में बैठी माँ को भी सुनाई दे रहीं थीं…
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बेटा-बहु अपने बैडरूम में बातें कर रहे थे। द्वार खुला होने के कारण उनकी आवाजें बाहर कमरे में बैठी माँ को भी सुनाई दे रहीं थीं। बेटा---" अपने job के कारण हम माँ का ध्यान नहीं रख पाएँगे, उनकी देखभाल कौन करेगा ? क...