सत्संग खत्म होने के बाद बाबा जी स्टेज के पीछे सीढियों से नीचे जा रहे थे, साथ में पाठी बीबी भी थे, पाठी बीबी बाबा जी से कहती हैं “बाबा जी आज तो काफी संगत आई है भंडारे पे, जरा अंदाज़े से बताइए की आज का सत्संग सुनने के ल...
अमेरिका में एक सेमीनार चल रहा था जिसका विषय था – SECRET OF HAPPINESS AND SATISFACTION IN LIFE. बहुत सारे प्रवक्ता आये और उन्होंने अपने अपने मत रखे. सबसे आखिर में एक प्रवक्ता आये और उन्होंने वहां बैठे लोगो से...
जो हाथ से चला गया उसका दुख क्या करना! एक आदमी तड़के नदी की ओर जाल लेकर जा रहा था। नदी के पास पहुंचने पर उसे आभास हुआ कि सूर्य अभी पूरी तरह बाहर नहीं निकला हैं। घने अंधेरे में वह मस्ती से टहलने लगा।
तभी उस...
बहुत समय पहले की बात है , एक वृद्ध सन्यासी हिमालय की पहाड़ियों में कहीं रहता था. वह बड़ा ज्ञानी था और उसकी बुद्धिमत्ता की ख्याति दूर -दूर तक फैली थी. एक दिन एक औरत उसके पास पहुंची और अपना दुखड़ा रोने लगी , ” बाबा, मेर...
किसी नगर में एक राजा रहता था, उस नगर में जब कोई संन्यासी आता तो राजा उसे बुलाकर पूछता कि- ”भगवान! गृहस्थ बड़ा है या संन्यास?”
अनेक साधु अनेक प्रकार से इसको उत्तर देते थे। कई संन्यासी को बड़ा तो बताते पर यद...
1. धूर्त साहूकार और चालाक लड़की
बात बहुत समय पहले की हैं। एक किसान को अपनी बुरी आर्थिक स्थिति से हार मानकर गांव के ही एक साहूकार से क़र्ज लेना पड़ा, लेकिन काफी वक्त बीत जाने पर भी वह साहूकार का ऋर्ण नहीं चुका पाया। गाँ...
Malik par Vishwas A Short Story In Hindi & Also in English By Babaji Radha Soami
Once there was a Satsangi who had come to Beas for the Sewa, After his ten days of sewa he was about to go home but somehow a day b...
एक गुरू जी थे । हमेशा ईश्वर के नाम का जाप किया करते थे । काफी बुजुर्ग हो गये थे । उनके कुछ शिष्य साथ मे ही पास के कमरे मे रहते थे ।
जब भी गुरूजी को शौच; स्नान आदि के लिये जाना होता था; वे अपने शिष्यो को आवाज लगाते थे...