MP3 conversion of Shabad Sanghrah Bahe Satsang Amrit Shaar No. 06 by Madan. Free Download This Satsang MP3 and MP4 and keep enjoy downloading these video and please don’t forget to share with your friends and family. Don’t Forget To like our facebook fanpage. Shabads written by Hujoor Param Sant Kanwar Sahib Ji Maharaj under the divine guidance of Param Sant TaraChand Ji Maharaj.
बहें सत्संग अमृतधार, सहेली चालो नाहन नै ||प्रेम प्रीत हृदय में जगा ले ,
काम क्रोध को दूर भगा ले , तेरा छूटे सब अंहकार ||
सहेली चालो नाहन नै |
बहें सत्संग अमृतधार, सहेली चालो नाहन नै ||सतगुरुवां के सत्संग जाले,
मैल और दाग सभी धुलाले, वे मेटे सभी विकार |
सहेली चालो नाहन नै |
बहें सत्संग अमृतधार, सहेली चालो नाहन नै ||किसकी तू है, कौन है तेरा ,
संत करेंगे इसका नमेरा, वहां मिलजा ज्ञान अपार |
सहेली चालो नाहन नै |
बहें सत्संग अमृतधार, सहेली चालो नाहन नै ||अभिमान इर्ष्या और बड़ाई,
ये सब जमपुर को ले जाई, तजो मिथ्या ये संसार ||
सहेली चालो नाहन नै |
बहें सत्संग अमृतधार, सहेली चालो नाहन नै || विषय वासना जग की त्यागो ,
पाप छोड़ धरम में लागो, थारा होज्या बेडा पार |
सहेली चालो नाहन नै |
बहें सत्संग अमृतधार, सहेली चालो नाहन नै ||दिनोद गाँव में जाके टोहले,
सतगुरु ताराचंद जी के शरने होले, आई सतपुरुष की धार ||
सहेली चालो नाहन नै |
बहें सत्संग अमृतधार, सहेली चालो नाहन नै ||
राधा स्वामी ||