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वह दरवाजा खोलती है और भोंचक्की रह जाती है – एक प्रेणादायक कहानी

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हमेशा अच्छा करो ??एक औरत अपने परिवार के सदस्यों के लिए रोज़ाना भोजन पकाती थी और एक रोटी वह वहाँ से गुजरने वाले किसी भी भूखे के लिए पकाती थी..। वह उस रोटी को खिड़की के सहारे रख दिया करती थी, जिसे कोई भी ले सकता था...

अगर भगवान पर विश्वास करते है तो हमें हर पल उनकी अनुभूति होती है- Motivational Story

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एक बार एक व्यक्ति नाई की दुकान पर अपने बाल कटवाने गया| नाई और उस व्यक्ति के बीच में ऐसे ही बातें शुरू हो गई और वे लोग बातें करते-करते “भगवान” के विषय पर बातें करने लगे| तभी नाई ने कहा – “मैं भगवान (Bhagwan) के अस्त...

कमजोर बनाने वाली हर एक आवाज को अनसुना करें – एक प्रेणादायक कहानी

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एक बार एक सीधे पहाड़ में चढ़ने की प्रतियोगिता हुई. बहुत लोगों ने हिस्सा लिया. प्रतियोगिता को देखने वालों की सब जगह भीड़ जमा हो गयी. माहौल  में  सरगर्मी थी , हर तरफ शोर ही शोर था. प्रतियोगियों ने चढ़ना शुरू किय...

गुरु जी बोले, ” जहाँ तुम अभी रहते हो वहां किस प्रकार के लोग रहते हैं ?”

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अच्छे लोग बुरे लोग ! बहुत समय पहले की बात है. एक बार एक गुरु जी गंगा किनारे स्थित किसी गाँव में अपने शिष्यों के साथ स्नान कर रहे थे . तभी एक राहगीर आया और उनसे पूछा , ” महाराज, इस गाँव में कैसे लोग रहते हैं, दरअसल...

जिन्दगी में अनुभव और आत्मज्ञान का महत्व – एक प्रेणादायक कहानी

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एक गांव में महान तलवरबाज़ रहा करता  था. पूरा साम्राज्य उसकी महानता के गुण गाता। तलवार के दम पर उसने आपने राजा के लिए कई लड़ाईया जीती। लेकिन समय पर किसका जोर चलता है लड़ाईया बढ़ती गई और तलवरबाज़ बुढा होने लगा. उसने तय कि...

उसका उत्तर सुनकर मैं तो जड़-सी हो गई – एक प्रेणादायक कहानी

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वो समझदार बहू शाम को गरमी थोड़ी थमी तो मैं पड़ोस में जाकर निशा के पास बैठ गई। आखिर ,उसकी सासू माँ भी तो कई दिनों से बीमार है….. सोचा ख़बर भी ले आऊँ और निशा के पास बैठ भी आऊँ। मेरे बैठे-बैठे पड़ोस में रहने वाली उसकी...

धरती फट रही है – एक प्रेरणादायक कहानी

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बहुत समय पहले की बात है किसी जंगल में एक गधा बरगद के पेड़ के नीचे लेट कर आराम कर रहा था . लेटे-लेटे उसके मन में बुरे ख़याल आने लगे , उसने सोचा ,” यदि धरती फट गयी तो मेरा क्या होगा ?” अभी उसने ऐसा सोचा ही था कि उसे ...

नेक काम – यमराज हाथ पकड़कर खींचने लगा…

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**************** लघुकथा  **************** नेक काम कई बार आवाज लगाने के बाद भी श्रीमती जी ने चाय नहीं दी । देखा छः बज गए हैं । आँखे मलते हुए मैं उठ बैठा । अरे यह क्या ? घर लोगों से भरा था ! एक सफेद चद्दर उढ़ा , किसी क...