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रेनू सिर्फ इतना ही कह पायी की फोन कट गया – एक नई पहल

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एक नई पहल....... उसने ट्रेन के टॉयलेट के दरवाज़े के पीछे लिखें नंबर में कॉल लगाया , "हाँ आप रेनू बोल रहीं हैं" " जी हाँ , लेकिन आप कौन और आपको मेरा ये नंबर कहाँ से मिला " "दरसल वो ट्रेन , दरसल वो ट्रेन के डिब्ब...

उसे देख महात्मा झट से खड़े हुए और एक खम्भे को कस कर पकड़ लिया – एक दिलचस्प कहानी

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एक समय शराब का एक व्यसनी एक संत के पास गया और विनम्र स्वर में बोला, 'गुरूदेव, मैं इस शराब के व्यसन से बहुत ही दुखी हो गया हूँ। इसकी वजह से मेरा घर बरबाद हो रहा है। मेरे बच्चे भूखे मर रहे हैं, किन्तु मैं शराब के बगैर न...

जैसा अन्न वैसा मन – Jaisa Ann waisa mann Short Inspiration Story rssbeas babaji

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बासमती चावल बेचने वाले एक सेठ की स्टेशन मास्टर से साँठ-गाँठ हो गयी। सेठ को आधी कीमत पर बासमती चावल मिलने लगा। सेठ ने सोचा कि इतना पाप हो रहा है , तो कुछ धर्म-कर्म भी करना चाहिए। एक दिन उसने बासमती चावल की खीर बनवायी औ...

बच्चें की सीख – Children learn – Inspirational Story

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एक 9 साल का बच्चा आइस-क्रीम की दुकानं पर जाता है. . वेटर – तुम्हे क्या चाहिये? . छोटा बच्चा – मुझे आइस-क्रीम लेने के लिए कितने पैसे देने होंगे ? . वेटर – 15 रुपये/- . तभी उस छोटे बच्चे ने अपना पॉकेट चेक किया ...

असली चोर कौन था – Clever King A Inspirational Story

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एक बार की बात है, एक नगर में एक राजा रहता था जिसके खजाने भरपूर भरे हुए थे. एक दिन कालू नाम के चोर ने राजा के खजाने को चोरी करने की योजना बनाई. आधी रात को कालू राजा के महल में चोरी करने पहुँच गया. वह खजाने के दरवाजे मे...

Sewa Sant! Nice Radha Soami Sakhi 2016

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Sewa Sant! A Nice Radha Soami Sakhi 2016 हरनाम सिंह जी की कपड़े की दुकान थी। परन्तु सन्तों की सेवा में इतना समय लग जाता कि दुकान दिन में कभी दो-चार घण्टे ही खुलती और कभी बिल्कुल बंद रहती। यह कथन बिल्कुल सत्य है क...

Satguru Ka Intjar – Radha Soami Sakhiya

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Satguru Ka Intjar - Radha Soami Sakhiya एक संत बहुत दिनों से नदी के किनारे बैठे थे, एक दिन किसी व्यकि ने उससे पुछा आप नदी के किनारे बैठे-बैठे क्या कर रहे हैं संत ने कहा, इस नदी का जल पूरा का पूरा बह जाए इसका इंतजा...

एक बोरी गेहूँ – Motivational Story

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प्रतापनगर एक बहुत ही संपन्न राज्य था। वहाँ के राजा बहुत ही प्रतापी थे और प्रजा का पूरा ख्याल रखते थे। राजा ने पूरे जीवन प्रजा की मन से सेवा की थी लेकिन अब वह बूढ़े हो चले थे तो मन में बड़ी दुविधा थी कि उनके बाद राज्य को...